Maharashtra news: महाराष्ट्र में फिर से एक बार सियासी राजनीति अपना रुख बदलते दिखाई पड़ रही हैं. बाला साहब ठाकरे के बेटे शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सीएम आवास “वर्षा” को खाली कर अपने पैतृक निवास “मातोश्री” आना पड़ा. खबरों की माने तो उद्धव ठाकरे अब अपने पैतृक निवास मातोश्री से ही अपना कार्यभार संभालेगे।
कहते हैं समय कब पलटी मार जाए कुछ कहा नहीं जा सकता ठीक ऐसा ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ हुआ है. बता दें की एकनाथ शिंदे 40 से भी ज्यादा विधायकों को अपनी तरफ कर एक नई पार्टी बनाने की नीति में लगे हुए हैं. जिसके बाद उद्धव ठाकरे अपने बागी विधायकों को मनाने के लिए फेसबुक पेज से लाइव आते हैं और विधायकों से बात करते हैं.अपने फेसबुक पेज से लाइव आए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह ऐलान कर दिया कि मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने को तैयार हूं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिवसेना का कोई व्यक्ति कुर्सी पर बैठे तो मुझे खुशी होगी।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को डर है कि कहीं एकनाथ शिंदे बीजेपी से गठबंधन करके महाराष्ट्र में सरकार ना बना ले इसलिए उन्होंने अपनी लाइव पेज से ऐलान किया कि अगर शिंदे वापस आते हैं. तो मैं इस्तीफा देकर एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाऊंगा।
एकनाथ सिंधे को नही पसंद गठबंधन
वहीं एकनाथ शिंदे ने भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सामने कुछ अपनी शर्तें रखी हैं. शिंदे ने अपनी शर्तों में कहा कि उद्धव ठाकरे के सभी बागी विधायक वापस आने को तैयार हैं. बशर्ते शिवसेना को कांग्रेस और एनसीपी के साथ अपने रिश्ते तोड़ने पड़ेंगे. अब स्थिति यह है कि शिवसेना के 55 विधायकों में से मात्र 16 विधायक बच्चे हैं. बाकी सारे विधायक एकनाथ शिंदे के साथ चले गए.अब एकनाथ शिंदे का कहना यह है की शिवसेना के असली नेता एकनाथ शिंदे हैं उद्धव ठाकरे नहीं. और अब स्थिति यह है कि शिंदे शिवसेना से ठाकरे परिवार को निकाल देना चाहते हैं।
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