गोरखपुर में पहली बार नौ की नौ सीटों पर खिला कमल योगी सरकार ने बनाया नया रिकॉर्ड
गोरखपुर जिले में यह पहला मौका है, जब गोरखपुर की सभी नौ विधानसभा सीटों पर कमल खिला है . इस चुनाव में कई रिकार्ड बने हैं. गोरखपुर शहर विधानसभा सीट पर रिकॉर्ड मतों के अंतर से भाजपा का कब्जा बरकरार है. गोरखपुर विधान सभा से योगी आदित्यनाथ को रिकार्ड मतों के अंतर से जीत मिली है.
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- प्रयागराज में भी भाजपा की जीत
- कुंडा विधानसभा में राजा भइया की जीत
- Exit Poll 2022 : उत्तर प्रदेश में बीजेपी को पूर्ण बहुमत की सरकार
- प्रतापगढ़ में भी भाजपा ने ही अपनी जीत दर्ज कराई
- वाराणसी में भी खिला कमल
- करहल में चला अखिलेश यादव का जादू
- लखीमपुर खीरी की आठ सीटों पर भाजपा का कब्जा
- गोवा और मणिपुर में भी भाजपा का कमल खिला
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यह सीट 1989 से भाजपा के पास है. इस बार जीत का अंतर एक लाख से ज्यादा है. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का अंतर करीब 61 हजार था. इसका मतलब है कि 40 हजार से ज्यादा और मत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मिले हैं. गोरखपुर योगी आदित्यनाथ का गढ़ भी माना जाता है . जहा इस बार समाजवादी पार्टी की बुरी तरह हार हुई है और भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज कराई.
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प्रयागराज में भी भाजपा की जीत
संगमनगरी प्रयागराज में सिद्धार्थ नाथ सिंह की सीट के साथ-साथ शहर दक्षिणी भी यह सीट हॉट सीट में गिनी जाती रही है। यहां से योगी सरकार में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी मैदान में उतरे। जहां कांटे की टक्कर में उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा उम्मीदवार रईस चंद्र शुक्ला को हराया।काउंटिंग के दौरान उनकी सीट पर लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला। कभी नंदी आगे रहते तो कभी सपा के रईस चंद्र शुक्ला ने बढ़त बनाई। इस बीच फाइनल काउंटिंग में नंद कुमार नंदी को 65000 वोट मिले और उन्होंने शानदार जीत दर्ज की। वहीं सपा उम्मीदवार रईस चंद्र शुक्ला को मात्र 54223 मत मिले हैं।
कुंडा विधानसभा में राजा भइया की जीत
कुंडा विधानसभा में जहा हर बार रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया निर्विरोध जीता करते थे . वही इस बार वह अपनी पार्टी जनसत्ता लोकतांत्रिक से चुनाव लड़ रहे थे . और इस बार समाजवादी पार्टी से गुलशन यादव उनके सामने चुनावी मैदान में थे.
वोटो की गिनती शुरू के बाद राजा भइया लगातार आगे ही बढ़ते रहे. नतीजा यह रहा की राजा भैया ने सपा के गुलशन यादव को 30315 वोटों से बुरी नजर हराया.
कुंडा की बात करे तो कुंडा राजा भइया का गढ़ माना जाता रहा है . इन्होंने लगातार 30 वर्षो से अपनी जीत दर्ज कराई है.
इसी से लगे बाबागंज में भी जनसत्ता लोकतांत्रिकदल के विनोद सरोज 15767 वोटों से जीते . इसके साथ ही सपा के गिरीश चंद्र दूसरे नंबर पर रहे .
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प्रतापगढ़ में भी भाजपा ने ही अपनी जीत दर्ज कराई
प्रतापगढ़ में कई दिग्गज नेता चुनावी मैदान में रहे . यहां बीजेपी से राजेंद्र कुमार,अपना दल से कृष्णा पटेल इसके साथ ही बहुजन मुक्ति पार्टी के राम अजोल और बसपा से आशुतोष त्रिपाठी ने भी चुनाव लड़ा. चुनाव काफ़ी दिलचस्प रहा यहां पर बीजेपी से राजेंद्र कुमार 25063 वोटों से जीते इसके साथ ही अपना दल की कृष्णा पटेल दूसरे नंबर पर रहीं.
वाराणसी में भी खिला कमल
बनारस (वाराणसी ) मोदी का गढ़ माना जाता है. वाराणसी का चुनाव भी काफ़ी दिलचस्प रहा. यहां पर कई दिग्गज नेताओं ने अपनी अपनी किस्मत आजमाई. इसी वाराणसी से ईवीएम पकड़े जाने की ख़बर भी आई . लेकिन अधिकारियों द्वारा से अस्पष्टीकरण कर दिया गया.
वाराणसी दक्षिण विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक और योगी सरकार में मंत्री रहे नीलकंठ तिवारी जीत गए हैं . उन्होंने सपा के कामेश्वर को 10722 वोटों से शिकस्त दी है . नीलकंठ तिवारी को कुल 99416 वोटो से जीत मिली है. जो कि एक कड़ा मुकाबला रहा. और इसी के साथ वाराणसी जिले की उत्तरी सीट से बीजेपी के प्रत्याशी और योगी सरकार के मंत्री रवींद्र जायसवाल ने जीत की हैट्रिक लगा दी है.
रवींद्र जायसवाल को 1 लाख 34 हजार 471 वोट मिले हैं. वहीं उनके प्रतिद्वंदी सामाजवादी पार्टी से अशफाक को 93 हजार 695 वोट ही मिले हैं. उत्तरी वाराणसी में भी कमल खिला. यहां पर रवींद्र जायसवाल समाजवादी पार्टी के अशफाक को बुरी तरह से हरा कर अपनी ऐतिहासिक जीत दर्ज कराई.
करहल में चला अखिलेश यादव का जादू
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यहां से चुनाव लड़ रहे थे . इसके साथ ही यहां पर भारतीय जनता पार्टी से केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल मैदान में उतरे थे . मुकाबला काफ़ी दिलचस्प रहा दोनों प्रत्याशी काउंटिंग में एक दूसरे को आगे पीछे करते रहे.
करहल सीट पर 34वें राउंड की अंतिम दौर की काउंटिंग तक अखिलेश यादव ने करीब 66 हजार वोट के अंतर से चुनाव जीता.
साथ ही अखिलेश को एक लाख 47 हजार 237 वोट मिले. वहीं बीजेपी के एस पी सिंह बघेल को मात्र 80 हजार 455 वोट ही हासिल हुए. जिस वजह से भारतीय जनता पार्टी करहल में हार गई . और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक शानदार जीत दर्ज कराई।
लखीमपुर खीरी की आठ सीटों पर भाजपा का कब्जा
लखीमपुर खीरी जहां किसानों के विवाद से भाजपा की जीत का अनुमान लगा पाना मुश्किल था . वही भारतीय जनता पार्टी लखीमपुर खीरी में आठ की आठों सीट अपने नाम कर ली है.
भारतीय जनता पार्टी के आठों प्रत्याशी अपनी अपनी सीट पर भारतीय जनता पार्टी का परचम लहराने में सफल रहे.
इसके साथ ही आपको बता दे की उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने इतिहास रच दिया. 37 वर्षों में दूसरी बार पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने वाली पार्टी भारतीय जनता पार्टी बनी.
गोवा और मणिपुर में भी भाजपा का कमल खिला
मणिपुर और गोवा में भाजपा ने अपनी ऐतिहासिक जीत दर्ज कराई . गोवा और मणिपुर के चुनाव परिणामों की तस्वीर पूरी तरह साफ हो गई है. गोवा के सभी 40 सीटों और मणिपुर के 60 सीटों के नतीजे आ गए हैं.
दोनों ही राज्यों में कांग्रेस पिछड़ चुकी है. गोवा में भारतीय जनता पार्टी को 20 सीटों पर जीत हासिल हुई है , और मणिपुर में भाजपा ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की है. गोवा में तीन निर्दलीय के समर्थन मिलने के बाद भाजपा की सरकार बननी तय है, तो मणिपुर में पूर्ण बहुमत मिला है.