दोस्तों आज हम बात करेंगे , कुंडा विधानसभा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के बारे में साथ
में जानेगे कि गुलशन यादव क्यों हुए खिलाफ और इस बार कुंडा का विधायक कौन बनेगा।
रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (Raja Bhaiya) का परिचय
क्या जानते हैं कि देश में राजाओं का और उनकी रजवाड़ी का दौर कब का बीत चुका है , लेकिन उत्तर प्रदेश की पूर्व भदरी रियासत के राजकुमार रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का जलवा आज भी पहले की तरह ही कायम है। यहां आज भी उनके मुख से निकला हुआ शब्द ही कानून है । और उनके द्वारा किया गया फैसला ही इंसाफ। और आज कुंडा की जनता उन्हें राजा की तरह मानती भी है । यहां किसी का किसी से भी विवाद हो तो लोग कोर्ट कचहरी के पहले राजा भैया के दरवाजे पर ही दस्तक दिया करते हैं।
और माना जाता है कि राजा भैया उनका इंसाफ भी करते हैं।
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राजा भैया लगातार 29 वर्ष से निर्विरोध कुंडा के विधायक बनते आ रहे हैं । राजा भैया का वह आलीशान भदरी का महल आज भी अपनी पूरी मजबूती के साथ भदरी में ही कायम है। और उस महल के पीछे एक विशाल तालाब जिसमें ना जाने कितने रहस्य आज भी छुपे हैं । और तालाब का वह भूखा मगरमच्छ आज भी कहानियों की तरह लोगों के जहन में अपना खौफ पैदा किया है।
अब यह बात कितनी सही है कितनी नहीं यह तो कुंडा की जनता ही बता सकती है। लेकिन राजा भैया का एक छत्र राज जो चल रहा था ।लोग ना जाने उनके सम्मान में या फिर उसके डर से कोई विपक्ष उनके सामने चुनाव में खड़े होने की हिम्मत नहीं करता था।
आज 29 वर्ष बाद समय फिर से करवट ले रहा है
गुलशन यादव का परिचय
कुंडा में ही उनका विपक्ष उनके सामने जन्म ले चुका है। और कौन है वह शख्स जो राजा भैया की विपक्ष में खड़े होने की हिम्मत जुटा पाया है अब आइए के उनके बारे में भी कुछ जानते हैं , इनका नाम है गुलशन यादव जो कि कभी राजा भैया के दाहिने हाथ हुआ करते थे , ऐसा कुंडा की जनता कहती है राजा भैया के सुख-दुख में उनके साथ खड़े रहना हर संभव उनकी मदद करना है , वह जो कह दे उसको हर हाल में करना यह इनका काम था।
गुलशन यादव क्यों हुए खिलाफ राजा भैया के
लेकिन क्या बात हुई जिससे इनके पीछे चल रहा व्यक्ति आज उनके सामने खड़ा हो चुका है । और बराबरी की राजनीति कर रहा है । उसके ऊपर किसका हाथ है यह जानने की इच्छा सभी को है । जब गुलशन यादव से पूछा गया कि जब आप और राजा भैया दोनो इतने करीब थे , तो ऐसा कौन सा कारण था कि आप दोनों के बीच इतनी दूरी हो गई। गुलशन यादव ने कहा अब वह अपना नया घर बना चुके हैं ,
और हम अपने पुराने ही घर में हैं , यह बात उन्होंने कुछ कोड वर्ड में बोली। लेकिन इसका मतलब हम आपको बता दें , इनका कहने का मतलब था कि राजा भैया अपनी नई पार्टी जनसत्ता लोकतांत्रिक बना चुके हैं । हम अपनी पुरानी पार्टी समाजवादी से जुड़े हुए हैं , इसलिए शायद दूरी हो गई है। अब ये बात कीतनी सही है कितनी नहीं यह गुलशन यादव और राजा भैया ही जान सकते।
इस बार कौन बनेगा कुंडा का विधायक..?
मायावती के द्वारा जब राजा भइया पर कड़ी कार्रवाई हो रही थी। तब Raja Bhaiya का हाथ थामने वाली समाजवादी पार्टी ही थी ।
ऐसा उनका कहना है और यह बात कुछ हद तक सच भी है। खैर अगर हम इस बात में जाएंगे तो बहुत सी बातें हैं , जिसमें हम उलझ जाएंगे और बातों का ये सिलसिला खत्म नहीं होगा। बात है कि इस बार कुंडा का विधायक कौन बनेगा।
अगर देखा जाए तो राजा भइया की फैन फॉलोइंग भी कम नहीं है । उनकी जनता उन्हें भगवान के स्वरुप मानती भी है। लेकिन उनके विपक्ष में गुलशन यादव को भी जनता बखूबी जानती है । इस बार कुंडा विधानसभा का चुनाव काफी दिलचस्प हो रहा है देखना यह है ,
की इस बार विधायक की कुर्सी पर कौन बैठता है।
आपको क्या लगता है अपना विचार कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
धन्यवाद🙏🏻