Prayagraj News: वैसे तो आपने मिठाइयां बहुत खाई होंगी लेकिन रसगुल्ले की बात कुछ अलग ही होती है. जिसे देखते ही अच्छे अच्छों के मुंह में पानी आ जाता है रसगुल्ला वास्तव में मिठाइयों का राजा होता है. लेकिन क्या आप कोई ऐसा बाजार जानते हैं जो रसगुल्लो के लिए ही मशहूर है. शायद नहीं जानते होंगे आज हम बताएंगे आपको एक ऐसा बाजार जो रसगुल्ले के लिए ही मशहूर है. जहां का रसगुल्ला खाने के लिए लोग शहरों से आते हैं।
जी हां हम बात कर रहे हैं प्रयागराज से प्रतापगढ़ जाने वाली सड़क पर स्थित “नहर ददौली” नामक बाजार की लोगों की माने तो यह बाजार रसगुल्लो के लिए ही फेमस है. नहर ददौली का नाम सुनकर लोगों के दिमाग में रसगुल्ला और मुंह में पानी आता है. जब हमें इस बाजार के बारे में पता चला तो हमारी vfs टीम इसकी सच्चाई जानने के लिए नहर ददौली पहुंची. पहुंचने पर हमने देखा कि वहां बहुत सारी रसगुल्ले की दुकानें थी. अब उन दुकानों में सबसे पुरानी दुकान ढूंढना उतना ही मुश्किल था जितना कि धूप में तारे. लेकिन ढूंढते ढूंढते आखिर हम नहर ददौली की सबसे पुरानी दुकान पर पहुंच ही गए। शादी के दो महीने ही बाद आलिया रणवीर के घर आने वाला है नन्हा मेहमान
नहर ददौली की सबसे पुरानी दुकान कौन सी है
वहां पहुंचने पर पता चला कि सबसे पुरानी दुकान “होलई पटेल” नामक एक वक्ति की थीं जो की अब इस दुनिया में नहीं हैं. उन्होंने दुकान की शुरुआत 1952 में एक ठेले से की थीं.प्रयागराज जब कभी इलाहाबाद हुआ करता था. तब वह इलाहाबाद से रसगुल्ले के सामान को लाकर रसगुल्ले को घर पे तैयार करके नहर ददौली पे ठेला लगा कर बेचा करते थे. तब प्रतापगढ़ से इलाहाबाद या इलाहाबाद से प्रतापगढ़ जाने वाले व्यक्ति नहर ददौली पर ” होलई पटेल ” जी का रसगुल्ला खाने के लिए रुका करते थे. धीरे धीरे समय बढ़ता गया लोगो की भीड़ बढ़ती गई.रसगुल्ला फेमस होता गया. और देखते देखते नहर ददौली रसगुल्ले का एक मशहूर बाजार बन गया. आज भी होलई पटेल जी के लड़के उनकी रसगुल्ले की दुकान चलाते हैं।