रूस और यूक्रेन (Rush & Ukraine) में चल रहा विवाद अभी तक रुकने का नाम नहीं ले रहा. अब विश्व की तीसरे युद्ध की आशंका साफ-साफ दिखाई पड़ रही है . दुनिया के सभी शक्तिशाली देश एक-दूसरे के आमने-सामने आते दिखाई पड़ रहे हैं. लेकिन फिर भी पुतिन का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा।
क्यू नहीं रुकने का नाम ले रहे पुतिन
रूसी मेजर जनरल की रूस और यूक्रेन (Rush & Ukraine) में चल रहे भीषण युद्ध के दौरान यूक्रेन में ही मौत हो चुकी है . जिसके बाद पुतिन का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है. जिसकी वजह से वह सारी दुनिया को चुनौती देते दिखाई पड़ रहे हैं ,आखिर ऐसी कौन सी ताकत रुस का साथ दे रही है. जिससे रूस किसी से भी नहीं डर रहा है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में जब दोनों देशों के पक्ष में वोटिंग की जा रही थी. तब उत्तर कोरिया ने अपनी वोटिंग रूस के पक्ष में की. जहां के तानाशाह किम जोंग उन है जिनके बारे में दुनिया बताती है , की किम जोंग उन दुनिया के सबसे सनकी तानाशाह हैं , जो कभी भी कुछ भी फैसला ले सकते हैं. पुतिन और किम जोंग उन की पहली मुलाकाल 2019 में हुई थी . और आज भी रूस और उत्तर कोरिया के अच्छे संबंध हैं. जिसकी गवाही संयुक्त राष्ट्र महासभा में उत्तर कोरिया ने रूस के पक्ष मे वोटिंग करके दी है।
अमेरिका को नहीं थी ख़बर
पुतिन उत्तर कोरिया (North Korea) के तानाशाह किम जोंग( Kim Jong-un) उन से हाथ मिला चुके हैं. इसकी जरा सी भी भनक अमेरिका को नहीं थी . पुतिन भले ही रुक जाएं लेकिन किम जोंग विनाश मचा सकता है . इस बात का पहले ही डर था कि रूस और यूक्रेन में हो रहे विनाशकारी युद्ध में किम जोंग कूद सकता है. और हुआ भी वही वोटिंग के दौरान किम जोंग रूस के पक्ष में अपना मत रख कर युद्ध में शामिल होने का इशारा कर चुके हैं. जिससे यह साफ जाहिर होता है किम जोंग यह चाहता है कि यह युद्ध ऐसे ही चलता रह.
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भारत और रूस के कैसे हैं संबंध
भारत से रूस के भी बहुत अच्छे संबंध है. जिसका गवाही खुद भारत देता है. संयुक्त राष्ट्र महासभा में जब वोटिंग हो रही थी , तब भारत में वोटिंग में भाग नहीं लिया. अमेरिका ने भारत पर वोटिंग को लेकर काफी दबाव बनाया और रूस के विपक्ष में वोटिंग करने को कहा. लेकिन भारत कोई भी फैसला बहुत सोच समझ कर लेता है. संयुक्त राष्ट्र महासभा में वोटिंग के दौरान भारत तीन बार अनुपस्थित रहा. जिससे साफ जाहिर होता है कि भारत रूस के विपक्ष में वोट नहीं डालना चाहता. जिसके बहुत से कारण हैं।
रूस के विपक्ष में वोट क्यू नहीं करना चाहता भारत (Rush Ukraine War )
रूस भारत को कई प्रकार के लड़ाकू विमानों को दिया है , जो की भारत की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में बहुत मदद की है , इसके साथ ही हर मुसीबत में रूस भारत के साथ हमेशा डट के खड़ा रहा . जब भारत अपना परमाणु परीक्षण करने जा रहा था तो अमरीका के साथ साथ सभी देश उसके विरोध में खड़े थे. भारत बिल्कुल अकेला हो चुका है तब रूस ने भारत का साथ दिया.
जिससे भारत ने अपना परमाणु परीक्षण सफल करके दुनिया में अपना स्वाभिमान स्थापित किया.
रूस ने हमेशा भारत का साथ दिया है जिसकी वजह से भारत संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस विपक्ष में वोटिंग ना करके अपनी दोस्ती को निभा रहा है।